मैं फिर आऊँगा
रवि कुमार मैं फिर आऊँगाजब तुम्हें मेरी ज़रूरत होगी दर्द का एहसासमुझे भी होता हैमेरे सीने से भी चीख निकलती हैआँखो के पर्दे फाड़ देइतनी तेजलेकिन तुम तो बहरोके नगर के राजा होतुम्हें कैसे सुनाई देती तुम्हें महसूस होता हैजब वार होतुम्हारी दौलत परइकट्ठा किया है जिसकोतुमने ग़रीबी के खून बहा करजिससे बू आती हैउन… Read More मैं फिर आऊँगा